रायपुर। चार साल में एक बार आने वाला ऐसा तारीख जिसका इंतजार इस तारीख से ताल्लुक रखने वाले हर व्यक्ति को रहता है। 29 फरवरी को किसी की वैवाहिक वर्षगांठ तो किसी का जन्म उत्सव होता है। लेकिन आज हम बात कर रहे हैं रायपुर कलेक्टर कार्यालय के सहायक ग्रेड दो से सेवानिवृत हो रहे संतोष तिवारी की, जो आज पूरे 34 वर्ष 10 माह 13 दिन का सेवा काल पूर्ण कर सम्मान सेवानिवृत्त हुए।
कलेक्टोरेट आॅफिस में पदस्थ संतोष तिवारी आज सेवानिवृत्त होकर खुशी-खुशी घर लौटे। क्यांेकि उनके सारे स्वत्वों का भुगतान तुरंत उसी समय कर दिया गया। उन्होंने कलेक्टर डाॅ गौरव सिंह कोे धन्यवाद देते हुए कहा कि कर्मचारियांें के सेवानृवित्त के समय ही जो यह सुविधा देेने की पहल की गई है वह सराहनीय है। इससे पूरे अधिकारी-कर्मचारियों को बड़ी मदद मिलेगी। कलेक्टोरेट सभाकक्ष में संतोष तिवारी को सेवानृवित्त पर बिदाई दी गई। कलेक्टर ने उन्हें पुष्प गुच्छ के साथ शाॅल और श्रीफल देकर सम्मानित किया और उनके सुदीर्घ एवं स्वस्थ्य जीवन की कामना की। साथ ही उनके परिजनों का भी सम्मान किया।
कलेक्टर डाॅ सिंह ने कहा कि सेवा प्रारंभ से लेकर सेवानिवृत्त के बीच बहुत सारी घटनाएं, बहुत सारी क्रियाकलाप, अलग-अलग जिम्मेदारियां, कई समय चक्र को पार करते हुए इस क्षण तक पहंुचते हैं। यह प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में बहुत बड़ी उपलब्धि और भावनात्मक क्षण होता है। श्री संतोष जी को मैं उनके इस उपलब्धि के लिए बधाई एवं नए जीवन की शुरूवात करने के लिए शुभकामनाएं देता हूं।
उन्होंने आगे कहा कि श्री तिवारी अनुभवी के साथ उच्च शिक्षित हैं। अपने जीवन की इस पारी को रचनात्मकता की ओर ले जाकर समाज के लिए बेहतर कार्य कर सकते हैं। कलेक्टर ने कहा कि आपकी जो रूचि है उस ओर आगे बढ़ सकते हैं और समाज में अपनी भूमिका सुनिश्चित कर सकते हैं।
डाॅ गौरव सिंह ने कहा कि जीवन के अगले पड़ाव को प्रारंभ करने के लिए जल्द दिशा का निर्धारण कर आगे बढ़े, क्योंकि कल से लेकर पहला माह आपके जीवन के अगले पड़ाव की दिशा तय करने में अहम भूमिका निभाएगी। उन्होंने कहा कि कलेक्टोरेट कार्यालय एक परिवार है। हर अधिकारी-कर्मचारी एक सदस्य है। यदि हम सब एक दूसरे की मदद करें, यदि कोई समस्या हो तो उसे बताएं उसका समाधान करने का हरसंभव प्रयास किया जाएगा। कलेक्टर ने कहा कि हर कर्मचारी-अधिकारी अपने जिम्मेदारियों को पूरी तरह निर्वहन करें। यह प्रयास करें कि कोई भी आम नागरिक उनके पास आए तो संतुष्ट होकर वापस जाए।