
रायपुर। जिला कांकेर के ग्राम-आतुरगांव, ठेलकाबोड़ तथा जिला कोण्डागांव के ग्राम-जामगांव-01, कुकड़गरकापाल एवं जिला बस्तर के ग्राम-आड़ावाल, धुड़मारास के ग्रामीणों से किया सीधा संवाद भारत सरकार एवं राज्य सरकार की सौर आधारित महत्तवपूर्ण योजनाओं के माध्यम से राज्य के नागरिकों को लाभ पहुंचाने का कार्य गैर परम्परागत ऊर्जा स्त्रोतों के क्रियान्वयन हेतु राज्य एवं केन्द्र सरकार की नोडल एजेंसी क्रेडा द्वारा किया जा रहा है। प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय जी के मंशानुसार कार्यों की उत्कृष्ट गुणवत्ता एवं इसमे जीरो टॉलरेंस नीति को फलीभूत करने का कार्य क्रेडा सी.ई.ओ. राजेश सिंह राणा द्वारा सत्त रूप से किया जा रहा है। इस जीरो टॉलरेंस नीति के अंतर्गत संयंत्रों के गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए श्री राणा द्वारा स्वयं ही ताबड़तोड दौरे किये जा रहे है। इसी की निरंतरता में राजेश सिंह राणा, सी.ई.ओं, क्रेडा द्वारा 15.08.2025 एवं 16.08.2025 को बस्तर संभाग के कांकेर, कोण्डागांव एवं बस्तर जिलों के विभिन्न ग्रामों में जल जीवन मिशन योजना, सौर सुजला योजना एवं सोलर हाई मास्ट, ग्रामीण विद्युतीकरण इत्यादि योजनाओं के अंतर्गत स्थापित सोलर संयंत्रों का औचक निरीक्षण किया गया।
सर्वप्रथम सी.ई.ओ. क्रेडा द्वारा जिला कांकेर के विकासखण्ड कांकेर के ग्राम-आतुरगांव में जल जीवन मिशन योजनांतर्गत स्थापित सोलर ड्यूल पंप का निरीक्षण किया गया एवं संयंत्र से लाभान्वित ग्रामीण श्री दानेश्वर सिंह कावड़े एवं श्री धनेश यादव से संयंत्र की उपयोगिता के विषय में जानकारी ली। जिसमें ग्रामीणों द्वारा संयंत्र के सुचारू रूप से कार्यशील होने एवं पेयजल की मूलभूत सुविधा हेतु संयंत्र के सहायक होने की जानकारी दी गई एवं संयंत्र की कार्यशीलता पर प्रसन्नता व्यक्त की गई।
तदोपरांत सी.ई.ओ. क्रेडा द्वारा कांकेर विकासखण्ड के ग्राम-ठेलकाबोड़ का निरीक्षण किया गया। जिसमें सौर सुजला योजना के नौवे चरण में स्थापित सोलर पंप के विषय में जानकारी ली गई। जिसमें संयंत्र कार्यशील पाया गया। संयंत्र के विषय में हितग्राही स्तर पर प्रतिक्रिया लिये जाने के उद्देश्य से सी.ई.ओ. क्रेडा द्वारा वहां उपस्थित हितग्राही शिवराम साहु, से संवाद किया गया। जिसमें श्री शिवराम साहु, द्वारा सोलर पंप के माध्यम से कृषि कार्य में लाभ होने की बात कही गई।
साथ ही श्री राणा द्वारा जिला कोण्डागांव के विकासखण्ड-केशकाल के ग्राम-जामगांव-01 में जल जीवन मिशन अंतर्गत स्थापित सोलर पेयजल संयंत्र का निरीक्षण किया गया। जिसमें स्थापित संयंत्र कार्यशील पाया गया। इस दौरान सी.ई.ओ. क्रेडा द्वारा ग्राम-जामगांव-01 में स्थापित पेयजल संयंत्र के समीप निवासरत मुखिया श्रीमती शिवबती से संयंत्र की उपयोगिता के संबंध में चर्चा की, जिसमें ग्रामीण श्रीमती शिवबती ने केन्द्र एवं राज्य शासन की इस योजना के प्रति प्रसन्नता व्यक्त की |
इसके पश्चात् श्री राणा द्वारा जिला कोण्डागांव के विकासखण्ड-कोण्डागांव के ग्राम-कुकड़गरकापाल में सौर सुजला योजना के नौवे चरण में सोलर पंप से खेती कर रहे हितग्राही श्री देव सिंग मण्डावी से संयंत्र की उपयोगिता के संबंध में चर्चा की, जिसमें हितग्राही द्वारा बड़े पैमाने पर सोलर पंप का उपयोग कर मक्के की खेती कर व्यवसाय किये जाने की जानकारी दी गई। चर्चा के दौरान किसान द्वारा संयंत्र के उपयोगी होने एवं कृषि कार्य हेतु लाभकारी होने की बात कही गई।
तत्पश्चात श्री राणा द्वारा जिला बस्तर अंतर्गत विकासखण्ड-दरभा के ग्राम-धुड़मारास में भी जल जीवन मिशन फेस-02 अंतर्गत स्थापित सोलर पेयजल संयंत्र एवं सोलर हाई मास्ट संयंत्र का निरीक्षण किया गया। जिसमें स्थापित संयंत्र कार्यशील पाया गया। स्थापित पेयजल संयंत्र के समीप निवासियों से संयंत्र की उपयोगिता के संबंध में चर्चा की, जिसमें ग्रामीणजनों ने इस योजना के प्रति प्रसन्नता व्यक्त की एवं सी.ई.ओ. क्रेडा से चर्चा में बताया गया कि पी.एच.ई. की पाईप लाईन संयंत्र से जोड़े जाने के पश्चात् भी किन्ही कारणों से कुछ घरों में पेयजल नही पहुंच पा रहा है। जिस पर सी.ई.ओ. क्रेडा द्वारा स्थल पर उपस्थित जिला अधिकारी को पी.एच.ई. विभाग से समन्वय कर यथाशीघ्र सभी घरों में पेयजल व्यवस्था सुनिश्चित करवाने के निर्देश दिये गये। साथ ही ग्राम-धुड़मारास में स्थापनाधीन सोलर पॉवर प्लांट के माध्यम से सोलर स्ट्रीट लाईट का भी निरीक्षण किया गया एवं जिला अधिकारी को कार्यादेशित इकाई से समन्वय कर शीघ्रातिशीघ्र स्थापना कार्य पूर्ण करवाने के निर्देश दिए गये।
इस दौरान क्रेडा सी.ई.ओ. राणा द्वारा जिला बस्तर अंतर्गत सौर संयंत्रों की कार्यशीलता का रात्रिकालीन निरीक्षण भी किया। जिसमें उनके द्वारा विकासखण्ड-जगदलपुर के ग्राम-आड़ावाल में हनुमान मंदिर के पास स्थापित सोलर हाई मास्ट संयंत्र का रात्रि में निरीक्षण किया गया। जिसमें संयंत्र कार्यशील पाया गया। श्री राणा द्वारा आस-पास स्थित दुकानों के व्यापारियों से चर्चा की गई, जिसमें संयंत्र स्थापित होने के बाद रात्रिकालीन समय में आवागमन सुगम होना बताया गया। श्री राणा द्वारा संबंधित जिला प्रभारी को निर्देश दिये गये कि सोलर हाई मास्ट संयंत्रों की कार्यशीलता पर विशेष ध्यान दिया जावे एवं ऐसी इकाईयां जिनके द्वारा स्थापित सोलर हाई मास्ट का संचालन/संधारण वारंटी अवधि के दौरान नही किया जा रहा है उनकी प्रतिभूति राशि काटे जाने हेतु यथाशीघ्र प्रस्ताव प्रधान कार्यालय को प्रेषित किया जावें।
श्री राणा द्वारा स्थलों के निरीक्षण उपरांत वहॉ उपस्थित क्रेडा के अधिकारियों/कर्मचारियों को निर्देशित किया गया कि क्रेडा के विभिन्न परियोजना अंतर्गत चल रहे कार्य जैसे- जल जीवन मिशन, सौर सुजला योजना, सोलर हाई मॉस्ट संयंत्र , सोलर पॉवर प्लांट एवं अन्य संयंत्रों के स्थापना के दौरान सतत् स्थल निरीक्षण करते हुये निविदा के मापदण्डानुसार गुणवत्ता सुनिश्चित कराते हुये कार्य ससमय पूर्ण करावे। श्री राणा द्वारा निरीक्षण के दौरान जिला अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिये गये कि मैदानी क्षेत्रों में स्थापित संयंत्रों की कार्यशीलता रात्रिकालीन स्थिति में भी अनिवार्य रूप से सुनिश्चित की जाये।