
दिल्ली। घरेलू इस्पात की मजबूत माँग और सुदृढ़ खनन परिचालन के परिणामस्वरूप एनएमडीसी ने अबतक की दूसरी तिमाही का सर्वश्रेष्ठ उत्पादन वित्त वर्ष 26 में किया है । कंपनी ने सर्वकालिक उच्चतम उत्पादन और बिक्री मात्रा के साथ-साथ प्रमुख वित्तीय मापदंडों में स्थिर वृद्धि दर्ज की है ।
वित्त वर्ष 26 की दूसरी तिमाही में उत्पादन 10.21 मिलियन टन रहा, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि से 23% अधिक है और बिक्री 10.72 मिलियन टन तक पहुँच गई है, जो वित्त वर्ष 25 की दूसरी तिमाही की तुलना में 10% अधिक है । एनएमडीसी की परिचालन गति तिमाही के लिए मजबूत वित्तीय परिणामों में परिवर्तित हुई । टर्नओवर 30% बढ़कर 6,261 करोड़ रूपए हो गया; पीबीटी 35% बढ़कर 2,271 करोड़ रूपए दर्ज हुआ और पीएटी 33% बढ़कर 1,694 करोड़ रूपए हो गया है । ईबीआईटीडीए भी 32% बढ़कर 2,385 करोड़ रूपए दर्ज हुआ ।
एनएमडीसी के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक अमिताभ मुखर्जीने परिणामों पर टिप्पणी करते हुए कहा “इस तिमाही में रिकार्ड उत्पादन, रिकार्ड बिक्री, ये सभी हमारी ऐतिहासिक विश्वसनीयता के सूचक हैं । उच्च गुणवत्ता वाले अयस्क की आपूर्ति, महत्वाकांक्षी विस्तार योजनाएँ और राष्ट्रीय नीतिगत लक्ष्यों के प्रति जागरूकता, एनएमडीसी को भारत की औद्योगिक आकांक्षाओं को पूरा करने में एक प्रमुख सम्बल बनाती है ।
हमारे भविष्य के रणनीतिक प्रयास इस्पात निर्माण के कच्चे माल में आत्मनिर्भरता प्राप्त करने और साथ ही शुद्ध-शून्य उत्सर्जन प्राप्त करने की जिम्मेदारी से प्रेरित हैं ।“
 
				 
					




