
रायपुर। भारत की आत्मा और एकता के प्रतीक राष्ट्रगीत ‘वंदे मातरम्’ के 150 वर्ष पूर्ण होने के ऐतिहासिक अवसर पर आज रायपुर जिले में उत्सव, सम्मान और देशभक्ति का अद्भुत संगम देखने को मिला।
जिलास्तरीय मुख्य कार्यक्रम कलेक्ट्रेट के रेडक्रॉस सभाकक्ष में गरिमामय वातावरण में संपन्न हुआ। कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री गुरू खुशवंत साहेब, विधायक अनुज शर्मा, कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह, अपर कलेक्टर नम्रता जैन सहित जिले के अधिकारी एवं कर्मचारी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
सभी ने एक स्वर में भावपूर्ण तरीके से राष्ट्रगीत “वंदे मातरम्” का सामूहिक गायन किया, जिससे पूरा सभाकक्ष देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत हो उठा। इस अवसर पर स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को नमन करते हुए उनके अदम्य साहस और राष्ट्रसेवा के योगदान को याद किया गया।
कार्यक्रम के दौरान उपस्थित जनों ने नई दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय समारोह में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के प्रेरणादायी उद्बोधन का सीधा प्रसारण देखा और सुना। प्रधानमंत्री के संदेश ने उपस्थित जनसमूह में नई ऊर्जा और राष्ट्रीय गौरव का भाव जगाया।
जिले के शासकीय विद्यालयों, विभागीय कार्यालयों एवं अन्य संस्थानों में भी “वंदे मातरम्” के 150 वर्ष पूर्ण होने पर उत्सवपूर्वक कार्यक्रम आयोजित किए गए।
नगर निगम बिरगांव में भी राष्ट्रगीत की 150वीं वर्षगांठ पर भव्य आयोजन हुआ। प्रधानमंत्री के संबोधन का सीधा प्रसारण देखने के बाद उपस्थित जनों ने एक स्वर में “वंदे मातरम्” गाकर देशभक्ति का संदेश दिया। इस अवसर पर निगम आयुक्त श्री युगल किशोर उर्वशा, जनप्रतिनिधि, अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।
इसी प्रकार, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग रायपुर में भी अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने राष्ट्रगीत का सामूहिक गायन कर एकता और राष्ट्रभावना का संदेश दिया।
जे. आर. दानी शासकीय कन्या उत्कृष्ट हिंदी विद्यालय में छात्राओं ने राष्ट्रीय कार्यक्रम का सीधा प्रसारण देखा, प्रधानमंत्री के उद्बोधन से प्रेरित हुईं और राष्ट्रगीत का सस्वर गायन कर देशप्रेम की भावना व्यक्त की।
इसके साथ ही केंद्रीय जेल रायपुर में भी वंदे मातरम् के 150 वर्ष पूर्ण होने का कार्यक्रम भावनात्मक रूप से मनाया गया। सुबह 10 बजे से 11 बजे तक बंदियों ने प्रधानमंत्री जी के संबोधन को देखा और तत्पश्चात एक स्वर में “वंदे मातरम्” का गायन कर राष्ट्र के प्रति अपनी निष्ठा और जुड़ाव व्यक्त किया। पूरा जेल परिसर देशभक्ति के स्वर से गूंज उठा। जेल प्रशासन ने बताया कि “वंदे मातरम्” जैसे गीत बंदियों में आत्मचिंतन, राष्ट्रीय चेतना एवं समाज में पुनः समाहित होने की प्रेरणा उत्पन्न करते हैं।





