Featureछत्तीसगढ़

अडानी समूह के चेयरमैन गौतम अदाणी के जन्मदिवस पर कई जिलों में रक्तदान शिविर, रोपे गए पौधें

रायपुर। अदाणी फाउंडेशन की सामाजिक सरोकार की परंपरा को आगे बढ़ाते हुए, छत्तीसगढ़ के सात जिलों में 20 से 24 जून तक चार दिवसीय रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। यह पहल अदाणी समूह के चेयरमैन गौतम अदाणी के 63वें जन्मदिवस के उपलक्ष्य में की गई, जिसे ‘अदाणी दिवस’ के रूप में मनाया जाता है। यह आयोजन समाज के प्रति उनकी प्रतिबद्धता और सेवा भावना से प्रेरित था।

रक्तदान अभियान के दौरान रायपुर, बिलासपुर, सरगुजा, रायगढ़, कोरबा, बलोदाबाजार और दुर्ग जिलों में समूह के अधिकारियों, कर्मचारियों और ठेका श्रमिकों ने मिलकर कुल 2,846 यूनिट रक्तदान किया। अदाणी नेचुरल रिसोर्सेज द्वारा सरगुजा में न केवल 269 यूनिट रक्तदान किया गया, बल्कि स्थानीय जैव विविधता को संरक्षित करने की दिशा में कदम उठाते हुए 37,150 से अधिक स्थानीय प्रजातियों के पौधों का रोपण भी किया गया। वहीं, रायगढ़ स्थित गारेपेल्मा-3 परियोजना में 140 यूनिट से अधिक रक्तदान किया गया। अदाणी पावर लिमिटेड द्वारा रायपुर में 824 यूनिट, रायगढ़ में 499 यूनिट और कोरबा में 655 यूनिट रक्तदान किया गया। अदाणी सीमेंट लिमिटेड के अंतर्गत अंबुजा सीमेंट भाटापारा में 149 यूनिट और एसीसी सीमेंट जामुल में 308 यूनिट रक्तदान किया गया। एकत्रित सभी रक्त यूनिट संबंधित जिलों की रेड क्रॉस सोसाइटी और राजकीय अस्पतालों को प्रदान किए गए। इस उपलक्ष्य पर रायपुर स्थित अदाणी समूह के राज्य कार्यालय द्वारा राम मंदिर, वीआईपी रोड में सामूहिक भंडारे का आयोजन किया गया, जिसमें 500 से अधिक श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया।

देशभर से लगभग 27661 यूनिट रक्त किया गया एकत्र
गौरतलब है कि अदाणी समूह ने देशभर में एक विशाल रक्तदान अभियान का आयोजन किया है, जो 21 राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों के 206 शहरों में आयोजित किया गया। इस अभियान ने इस बार 27661 यूनिट (लगभग 11,100 लीटर) रक्त एकत्र किया। यह पहल अदाणी हेल्थकेयर टीम के नेतृत्व में संचालित की गई। इस रक्त संग्रह से 83000 से अधिक मरीजों को लाभ मिलने की संभावना है, क्योंकि इससे संपूर्ण रक्त, पीसीवी, प्लेटलेट कंसंट्रेट्स, प्लाज़्मा, एफएफपी, क्रायोप्रेसिपिटेट और एल्ब्यूमिन जैसे कई जीवनरक्षक रक्त घटकों की आपूर्ति संभव होगी।

अदाणी फाउंडेशन की चेयरपर्सन डॉ. प्रीति अदाणी ने कहा, “मैं हमारे अदाणी परिवार का दिल से धन्यवाद् करती हूँ, जिन्होंने आगे आकर इस सेवा कार्य को सार्थक बनाया। आपकी उदारता अनगिनत जीवनों को छूएगी।”

स्वास्थ्य विशेषज्ञों की सलाह अनुसार, रक्तदान की प्रक्रिया पूरी तरह सुरक्षित है, इसमें केवल 350-400 मिलीलीटर रक्त लिया जाता है, और शरीर कुछ ही समय में इसकी पूर्ति कर लेता है। 18 से 60 वर्ष की उम्र का कोई भी स्वस्थ व्यक्ति रक्तदान कर सकता है।

छत्तीसगढ़ में अदाणी फाउंडेशन के माध्यम से शिक्षा, स्वास्थ्य, सतत आजीविका और सामुदायिक विकास जैसे अनेक क्षेत्रों में सतत रूप से कार्य किया जा रहा है। गौतम अदाणी की दूरदृष्टि और सेवा भाव से प्रेरित होकर, समूह का प्रयास है कि ऐसे सामाजिक उपक्रमों से न केवल स्थानीय समुदायों का सशक्तिकरण हो, बल्कि एक समावेशी और समृद्ध भारत की नींव भी मजबूत हो।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button