
रायपुर। क्रेडा द्वारा ऊर्जा दक्षता ब्यूरों भारत सरकार (बी.ई.ई.) के सहयोग से 30 सितम्बर को रायपुर में मानक एवं लेबलिंग कार्यक्रम अंतर्गत ऊर्जा दक्ष उपकरणों की बाजार में मापदण्ड अनुसार विक्रय को सुनिश्चत करने की दिशा में ‘‘बाजार निगरानी‘‘ विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित किया गया।
लेख है कि, भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पहल से वर्ष 2030 तक देश में कार्बन उत्सर्जन को 01 बिलियन टन तक कम करने का लक्ष्य रखा गया है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने हेतु ऊर्जा दक्ष उपकरणों का एक महत्वपूर्ण भूमिका है। समस्त क्षेत्रों में ऊर्जा दक्ष उपकरणों के उपयोग से ना केवल कार्बन उत्सर्जन में कमी आयेगी बल्कि पारम्परिक ऊर्जा की भी बचत हागी। इसी तारतम्य में विष्णु देव साय जी, मुख्यमंत्री के नेतृत्व में क्रेडा द्वारा ऊर्जा दक्ष उपकरणों के उपयोग को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसी दिशा में राजेश सिंह राणा, मुख्य कार्यपालन अधिकारी, क्रेडा के मार्गदर्शन में उक्त कार्यशाला का अयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता कामरान शेख, निदेशक, ऊर्जा दक्षता ब्यूरो, भारत सरकार द्वारा किया गया, आर.एस. भाकुनी, अधीक्षण अभियंता, क्रेडा एवं जे.एन. बैगा, कार्यपालन अभियंता, क्रेडा के उद्बोधन से कार्यशाला की शुरूवात की गई। उक्त कार्यशाला में झारखंड एवं आंध्रप्रदेश राज्य से आये प्रतिनिधियों के साथ क्रेडा के जिला प्रभारी रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, राजनांदगांव, जगदलपुर, सरगुजा, महासमुंद, कोरबा एवं रायगढ़ ने भाग लिया। ऊर्जा दक्ष ब्यूरो द्वारा नियोजित इकाई CLASP के विशेषज्ञों द्वारा ऊर्जा दक्ष उपकरणों एवं इनकी बाजार निगरानी के विषय पर विस्तृत प्रस्तुतिकरण दिया गया। साथ ही ऊर्जा दक्ष उपकरण विक्रय करने वाले दूकानों का भी दौरा किया गया।