रायपुर (CGVARTA). सीमा सुरक्षा बल की 47, 132 और 178 बटालियन की 7 कंपनियों ने मिलकर ऑपरेशन आक्रामक (Operation Aggressive) शुरू किया था। 26 मई को शुरू किये गए इस ऑपरेशन सहायक कमाण्डेन्ट तारा दत्त के नेतृत्व में शाम 6 बजे रवाना हुई। लगभग रात 08:10 बजे जब पार्टी उरपांजुर पटेलपारा गांव से गुजर रही थी, तो नक्सलियों ने सुरक्षा बल के जवानों पर फाइयरिंग की। सहायक कमाण्डेन्ट तारा दत्त और उनके साथियों ने रात के अंधेरे में नक्सलियों पर जवाबी फायरिंग शुरू की।
Operation Aggressive में सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने दिखाया अदम्य साहस
Operation Aggressive के दौरान दो जवान घायल होने के बावजूद ग्रामीणों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए धैर्य व संयम कायम रखा। देर रात कमाण्डेन्ट हरेन्द्रर सिंह रौतेला, द्वितीय कमान अधिकारी (संक्रीय) विनोद अधिकारी और डीआरजी की टीम मौके पर पहुंची। सुबह इलाके की छानबीन के दौरान एक घायल वर्दीधारी महिला नक्सली मिली, जिसकी पहचान कोटरी एरिया कमेटी की सदस्य फगनी पोडयामी के रूप में हुई है।
जवानों ने दिया साहस, वीरता एवं कर्तव्य निष्टा परिचय
फायरिंग के दौरान 8 से 10 नक्सलियों के दल में 3 से 4 नक्सलियों की घायल होने की संभावना है। फायरिंग के दौरान आरक्षक मनक राम और आरक्षक विकास सिंह घायल हुए, जिन्हें रायपुर एम्स एयर लिफ्ट कर भेजा गया। घटना स्थल से 7.62 एम.एम हथियार, काफी तादाद में गोलाबारुद और 6 प्रेशर कुकर आई.ई.डी. बरामद हुए हैं। कांकेर जिले में सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने नक्सलियों के मुकाबले में एक अदम्य साहस, वीरता एवं कर्तव्य निष्टा का उदाहरण पेश किया है।