
रायपुर। राष्ट्र की सेवा में अपने प्राणों की आहुति देने वाले छत्तीसगढ़ के वीर सपूत शहीद आकाश राव गिरेपुंजे को पूरे राजकीय सम्मान और विधि विधान के साथ अंतिम विदाई दी गई। राजधानी रायपुर स्थित महादेव घाट श्मशान में उनके सुपुत्र सिद्धांत गिरेपुंजे ने उन्हें मुखाग्नि दी।
अंतिम विदाई के दौरान उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि उनका बलिदान हर जवान के दिल में प्रेरणा और जोश बनकर जीवित रहेगा। यह बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा यह हम सबका संकल्प है। वीर आकाश का यह जज़्बा हमें अपने कर्तव्यों के प्रति ईमानदारी और निष्ठा की सीख देता है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी स्वयं कल से शहीद के परिवार के साथ हैं और उन्होंने स्पष्ट कहा है कि राज्य सरकार हर कदम पर परिवार के साथ खड़ा है। उन्होंने कहा कि शहीद श्री आकाश राव गिरेपुंजे एक अद्वितीय साहस, समर्पण और राष्ट्रभक्ति के प्रतीक थे। वे एक ऐसे अधिकारी थे जिनमें अदम्य उत्साह और वीरता कूट-कूट कर भरी थी। उन्हें गैलेंट्री अवार्ड से सम्मानित किया गया था। जहाँ एक ओर उन्हें स्थानांतरण का विकल्प उपलब्ध था, वहीं दूसरी ओर उन्होंने उस विकल्प को अस्वीकार कर नक्सल प्रभावित क्षेत्र में डटे रहने का निर्णय लिया। उनका संकल्प था, लाल आतंक का अंत कर अपने देशवासियों को भयमुक्त करना। अपने इसी प्रण को निभाते हुए उन्होंने सर्वोच्च बलिदान दिया। एडीजी श्री विवेकानंद सिन्हा ने पुलिस परिवार की ओर से श्रद्धांजलि दी।
कलेक्टर डॉ गौरव कुमार सिंह ने कहा कि शहीद आकाश राव गिरेपुंजे जी का जाना हम सभी तथा प्रशासन के लिए बहुत बड़ी क्षति है, हम व्यथित है। हमने उनके साथ कार्य भी किया है। निष्ठावान, देशभक्त, हंसमुख आकाश आपकी आत्मा को ईश्वर श्री चरणों में स्थान दें। पूरी प्रशासनिक व्यवस्था परिवार के साथ है।