
दिल्ली। मानसून की दस्तक के बाद बुधवार को ऑरेंज अलर्ट के बीच हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश से कई जगह तबाही हुई है। बंजार, सैंज कुल्लू, मणिकर्ण से लेकर मनाली तक जिले में विभिन्न स्थानों पर बादल फटने और अचानक आई बाढ़ की घटनाएं सामने आई हैं। बुधवार को कुल्लू के सैंज के जीवानाला, गड़सा के शिलागढ़, मनाली के स्रो गैलरी, बंजार के होरनगाड़ में बादल फटने की घटना हुई है। इसी प्रकार गड़सा घाटी में हुरला नाला, पंचा नाला और मनिहार नाला, मणिकर्ण के ब्रह्म गंगा नाला, ग्ररहण, कुथी काकड़ी नाला तथा जिभी के पास कोटलाधार के पास भारी बारिश के कारण बाढ़ आ गई। प्रशासन ने शिल्लागढ़ क्षेत्र में भी बादल फटने की आशंका जताई है। सैंज के जीवानाला में बादल फटने से पूरी घाटी में दहशत का माहाैल रहा। अतिरिक्त उपायुक्त अश्वनी कुमार ने बादल फटने की पुष्टि की है। कांगड़ा जिले की खनियारा की मनूणी खड्ड में एक व्यक्ति की बहने से माैत हो गई है। प्रदेश की राजधानी शिमला में भी भारी बारिश दर्ज की गई।
सैंज बाजार रोड़ क्षतिग्रस्त हो गई और एक जीप व जीवानाला में एक मेगावाट का बिजली प्रोजेक्ट भी बह गया है। सियूंड मार्ग को भी नुकसान होने से यहां पर एक अस्थायी दुकान बह गई है। सैंज घाटी के रैला बिहाल क्षेत्र में बादल फटने से चार मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं। इस घटना में तीन व्यक्तियों के बह जाने की सूचना है, जो सामान निकालते समय हादसे का शिकार हो गए। जिला प्रशासन की ओर से राहत, खोज एवं बचाव कार्य शुरू कर दिया है। जीवानाला में बादल फटने से बिहाली गांव से लेकर लारजी तक सात से अधिक पुलियों के बहने की सूचना है।