पाकिस्तानी फौज की फायरिंग में 2 की मौत, 22 घायल

मुजफ्फराबाद/कोटली. पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में हालात बेकाबू होते जा रहे हैं। बेतहाशा बढ़ती महंगाई और पाकिस्तानी सरकार के अत्याचारों से तंग आकर जनता सड़कों पर उतर आई है। अवामी एक्शन कमेटी के नेतृत्व में हो रहे इस सरकार विरोधी आंदोलन ने अब हिंसक रूप ले लिया है।
प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए पाकिस्तानी सेना ने मोर्चा संभालते हुए आम लोगों पर फायरिंग शुरू कर दी। मुनीर आर्मी की ओर से की गई गोलीबारी में 2 लोगों की मौत हो गई, जबकि कम से कम 22 लोग घायल हुए हैं।
विरोध की लहर इतनी तेज है कि मुजफ्फराबाद से कोटली तक हजारों लोग सड़कों पर हैं। दुकानों का शटर डाउन है, सड़कें अवरुद्ध हैं और पब्लिक ट्रांसपोर्ट भी पूरी तरह ठप हो चुका है। भीड़ “इंसाफ दो”, “हक दो” जैसे नारों के साथ प्रदर्शन कर रही है।
जनता का कहना है कि अब वे पाकिस्तानी हुक्मरानों के जुल्म सहने को तैयार नहीं हैं। यह आंदोलन अब सिर्फ महंगाई के खिलाफ नहीं, बल्कि पूरे शासन तंत्र के खिलाफ बगावत में तब्दील हो चुका है।




