बरसात के दिनों में इन बातों का रखें खास ध्यान वर्ना हो सकता है इन्फेक्शन
बारिश में नहाना या तालाब-नदी-नालों के पानी में जाना पूरी तरह अवॉइड करें। इस पानी में मौजूद फंगस आपको बीमार कर सकती है।
बारिश में भीग जाएं तो गुनगुने पानी से दोबारा नहाना भी जरूरी है। इससे हानिकारक बैक्टीरिया, फंगस और गंदगी से बच जाएंगे और बीमार नहीं होंगे।
नमी वाले कपड़े पहनने से बचें यह फंगल इन्फेक्शन का कारन बनती है
कपड़े, मोजे, अंडरगार्मेंट्स जरा से भी गीले हों तो हर्गिज मत पहनिए। इसमें भी जमा फंगस संक्रमण का कारण बन सकती है।
इस मौसम में कम तापमान, नमी और आद्रता के कारण एयर बोर्न इंफेक्शन (हवा से फैलने वाले संक्रमण) जैसे फ्लू, स्वाइन फ्लू के मामले बढ़ जाते हैं।
इस मौसम में दीवारों में नमी की वजह से फंगस काफी पनपती है जो एलर्जी की वजह बनती है।
जगह-जगह उगने वाली नई झाड़ियों से उत्पन्न परागकणों के कारण भी स्किन एलर्जी और अस्थमा के मरीजों में बढ़ोतरी होती है। अगर आप एलर्जी या अस्थमा के मरीज हैं तो कम से कम इन झाड़ियों और फूल वाले पौधों के पास जाने से बचना चाहिए।
बारिश के मौसम में मच्छर पनपना सामान्य बात है। इसे रोका नहीं जा सकता। ऐसे में कोशिश यही होनी चाहिए कि आप उन मच्छरों से अपना बचाव कैसे करते हैं। इसके लिए मच्छरदानी बेस्ट उपाय है।