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Jhiram Case 10th बरसी पर बोले सीएम, होगा खुलासा…

रायपुर (CGVARTA).  मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने झीरम कांड (Jhiram Case) की जांच को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि जिस दिन केंद्र में कांग्रेस की सरकार बनेगी, उस दिन खुलासा हो जाएगा। मुख्यमंत्री ने मीडिया से चर्चा में कहा कि पहले रमन्ना का नाम था, बाद में 2014 में प्रारंभिक रिपोर्ट प्रस्तुत किया, लेकिन आश्चर्यजनक ढंग से रमन्ना का नाम नहीं था।

Jhiram Case में क्यों बचा रही केंद्र सरकार : भूपेश

केंद्र सरकार रमन्ना और गणपति को क्यों बचा रही है? उन्होंने कहा कि डॉ. रमन सिंह के खासमखास धरमलाल कौशिक ने आयोग के गठन के बाद स्टे लिया। बीजेपी जांच में रुकावट क्यों डाल रही है? बीजेपी किसको छुपाना चाह रही है? जो सवाल मैंने उठाये हैं जवाब दें।

Jhiram Case की दसवीं बरसी

मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि आज झीरम (Jhiram Case) की दसवी बरसी है। झीरम को लेकर भाजपा बहुत हल्के ढंग से बात कर रही है, वो बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है हास्यास्पद है। झीरम से पूरा देश दहल गया था। तत्कालीन यूपीए ने एनआई की जांच की घोषणा की थी। जांच शुरू हुई और जो एफआईआर हुआ, उसमें 2014 तक रमन्ना और गणपति का नाम था। संपति कुर्क करने का आदेश था, कुछ संपत्ति कुर्क भी हुई। उसके बाद एनआईए की प्रारंभिक रिपोर्ट में उन दोनों का नाम नहीं था।

रिपोर्ट सरकार को नहीं सौंपी

उन्होंने कहा कि आयोग की जो रिपोर्ट आई है, उसे सरकार और मुख्य सचिव को न देकर राजभवन में दिया जाता है, ऐसा कभी हुआ है? जब खबरें चलने लगी हमने दो सदस्यीय टीम का गठन किया। धरमलाल कौशिक उस पर स्टे ले आते है। जेठमलानी भाजपा नेता हैं, केस लड़ते है। धरमलाल कौशिक, रमन सिंह के खासमखास हैं, नान पर भी कोर्ट से स्टे ले आते हैं। ये किस मुंह से बात करते हैं। अब भाजपा को जवाब देना है। जैसे यूपीए की सरकार हटी, और एनडीए की सरकार आई। केवल दंडकारण्य मान कर जांच ख़त्म कर दी गई।

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