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राज्य के आवासीय सोसाईटियों को सौर ऊर्जीकृत करने के लिए क्रेडा की पहल

क्रेडा सीईओ राणा ने आवासीय सोसाईटियों में सोलर पावर प्लांट लगाने हेतु सर्वे करने के लिए दिये निर्देश

रायपुर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के निर्देशानुसार भारत में वर्ष 2030 तक सौर ऊर्जा के माध्यम से 500 गीगा वॉट क्षमता के विद्युत उत्पादन का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के निर्देशानुसार आवासीय सोसाईटियों में हरित ऊर्जा को बढ़ावा देना तथा नेट जीरो करने की दिशा में अग्रेषित होने हेतु पहल शुरु की गई है। इसी उद्देश्य से दिनांक 09.12.2024 को छत्तीसगढ़ राज्य अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण (क्रेडा), प्रधान कार्यालय रायपुर में राजेश सिंह राणा (आई.ए.एस.), मुख्य कार्यपालन अधिकारी, क्रेडा की अध्यक्षता में छत्तीसगढ़ के विभिन्न को-ऑपरेटिव आवासीय सोसाईटी के पदाधिकारियों एवं क्रेडा के अधिकारियों के मध्य बैठक आहूत की गई। इस बैठक में आवासीय सोसाईटियों में सौर संयंत्र स्थापित कर सोसाईटी के सामुदायिक यूटिलिटी के विद्युत खपत को कम करने हेतु चर्चा की गई। उक्त बैठक में सिंगापुर सिटी कोटा, एन.एम.डी.सी. कर्मचारी गृह निर्माण सहकारी समिति मर्यादित रायपुर, राज्य प्रशासनिक सेवा गृह निर्माण सहकारी समिति मार्यादित रायपुर, गुरू घासीदास गृह निर्माण सहकारी समिति रायपुर, कृष्णा सखा गृह निर्माण सहकारी समिति मार्यादित रायपुर, सिंचाई कर्मचारी गृह निर्माण सहकारी समिति मार्यादित, लालपुर, रायपुर, कृष्ण ग्रुप रायपुर, डी.आर.सी.एस. गृह निर्माण सहकारी समिति मार्यादित रायपुर, प्रियादर्शनी गृह निर्माण सहकारी समिति मार्यादित रायपुर, नेताजी सुभाष शासकीय कर्मचारी गृह निर्माण सहकारी समिति मार्यादित रायपुर, अर्जून इन्क्लेव आवासीय सोसाईटी मठपुरैना, रायपुर, बालाजी गृह निर्माण सहकारी समिति मार्यादित हाऊसिंग सोसाईटी के पदाधिकारी शामिल हुए ।
उक्त बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी द्वारा आवासीय सोसाईटियों में सौर ऊर्जा की महत्वता एवं ग्रिड कनेक्टेड सौर संयंत्र के स्थापना हेतु विभिन्न वित्तीय मॉडल, जैसे की Renewable Energy Services Company (RESCO)] CAPEX एवं CAPEX Sharing मॉडल की जानकारी दी गई। श्री राणा द्वारा विभिन्न को-ऑपरेटिव आवासीय सोसाईटी से आये पदाधिकारियों से सौर ऊर्जा को बढ़ावा दिये जाने एवं संबंधित को-ऑपरेटिव आवासीय सोसाईटी में क्रेडा की सहायता से सौर संयंत्र स्थापना हेतु प्रेरित किया गया। साथ ही आवासीय सोसाईटी में ग्रिड कनेक्टेड सौर संयंत्रों के मीटरिंग प्रणाली जैसे की नेट मीटरिंग, वर्चुअल नेट मीटरिंग के बारे में जानकारी दी गई । सोसाईटियों के प्रतिनिधियों को वर्चुअल नेट मीटरिंग तहत सौर संयंत्र स्थापित किये जाने हेतु प्रोत्साहित किया गया जिससे सोसाईटी के रहवासियों को नेट मीटरिंग का लाभ मिल सके । जिसके उपरांत 04-05 हाऊसिंग सोसाईटी (प्रियादर्शनी गृह निर्माण सहकारी समिति मार्यादित रायपुर, नेताजी सुभाष शासकीय कर्मचारी गृह निर्माण सहकारी समिति मार्यादित रायपुर, अर्जून इन्क्लेव आवासीय सोसाईटी मठपुरैना, रायपुर, सिंचाई कर्मचारी गृह निर्माण सहकारी समिति मार्यादित, लालपुर, रायपुर, राज्य प्रशासनिक सेवा गृह निर्माण सहकारी समिति मार्यादित रायपुर) के पदाधिकारियों द्वारा उक्त हेतु रूचि अभिव्यक्त करते हुए अपने संबंधित हाऊसिंग सोसाईटी का सर्वे किये जाने का आग्रह भी किया गया।
Renewable Energy Service Company (RESCO) मॉडल अंतर्गत प्राथमिक तौर पर विद्युत भार का आंकलन करते हुए आवासीय सोसाईटी द्वारा दिये गये स्थान पर सोलर पावर प्लांट की स्थापना की जाती है। जिसमें सोलर पावर प्लांट स्थापना हेतु प्राथमिक व्यय रेस्को द्वारा किया जाता है तथा स्थापित होने वाली विद्युत को एक निश्चित मूल्य में आवासीय सोसाईटी को विक्रय किया जाता है। विद्युत का विक्रय मूल्य सामान्यता छत्तीसगढ़ विद्युत वितरण कंपनी (सीएसपीडीसीएल) द्वारा निर्धारित विद्युत मूल्य से कम में (लगभग 01 तिहाई) होता है। इस मॉडल में एक निश्चित समय के लिये अनुबंध निष्पादित होता है। रेस्को द्वारा किये गये प्राथमिक व्यय का पेबैक प्राप्त हो जाने पर सौर संयंत्र आवासीय सोसाईटी को हस्तांतरित किये जाने का प्रावधान होता है।
Capital Expenditure (CAPEX) मॉडल अंतर्गत आवासीय सोसाईटी द्वारा सौर संयंत्र की स्थापना हेतु शत्-प्रतिशत् राशि का व्यय किया जा कर संयंत्र स्थापित कराया जाता है। इस मोड में सौर संयंत्र का मालिकाना हक आवासीय सोसाईटी का होता है। सोलर पावर प्लांट से उत्पादित विद्युत का उपयोग Utility विद्युत भार में किया जाता है तथा उपलब्ध लोड़ से अधिक विद्युत उत्पादन की स्थिति में शेष विद्युत सीएसपीडीसीएल के ग्रीड में स्वतः ही एक्सपोर्ट हो जाता है, जिसका लाभ अगले माह के विद्युत देयक में नेट मीटरिंग पॉलिसी के तहत सोसाईटी/हितग्राही को प्राप्त होता है।
CAPEX Sharing मॉडल अंतर्गत सोलर पावर प्लांट स्थापना में होने वाले व्यय का वहन आवासीय सोसाईटी एवं RESCO द्वारा आपसी सहमति के अनुसार अनुबंध कर किया जायेगा। सोलर पावर प्लांट से उत्पादित विद्युत का उपयोग Utility विद्युत भार में किया जायेगा, आवासीय सोसाईटी RESCO के सोलर पावर प्लांट हिस्सेदारी के अनुसार उपयोग की गई विद्युत का भुगतान करेगा।
Virtual Net Metering के तहत् एक से अधिक विद्युत उपभोक्ताओं द्वारा द्वारा सम्मिलित होकर जगह की उपलब्धता एक सौर संयंत्र स्थापना किया जाता है। जिसका विद्युत उत्पादन को ग्रिड में जोडा जाता है। उपभोक्ताओं की विद्युत भार एवं सौर संयंत्र स्थापना के हिस्सेदारी अनुसार विद्युत की आपूर्ति उपभोक्ताओं को किया जाता है।

उक्त बैठक में सम्मिलित हुए आवासीय अधिकारियों को विभिन्न वित्तीय मॉडल अंतर्गत 100 कि वॉ क्षमता के सौर संयंत्र की लागत एवं इससे होने वाली विद्युत एवं वित्तीय लाभ के बारे में जानकारी दी गई है। RESCO मॉडल अंतर्गत 100 कि वॉ क्षमता के सौर संयंत्र स्थापना से ग्रिड से प्राप्त पारंम्परिक विद्युत के मुकावले प्रति माह कुल राशि रु 90]000 की बचत होगी। वही CAPEX मॉडल अंतर्गत प्रति माह कुल राशि
रु 1,31,200.00 की बचत होगी इसी तरह से 100 कि वॉ क्षमता के सौर संयंत्र लगाने में जो लागत आयेगी वह राशि 3-4 वर्ष में हितग्राही को विद्युत बचत करके प्राप्त हो जायेगी।
100 कि वॉ क्षमता के सौर संयंत्र लगाने के लिए लगभग 800 से 850 वर्ग मीटर छाया मुक्त स्थल की आवश्यकता होगी, इसमें संयंत्र की लागत राशि लगभग 45 लाख रूपए आएगी ।

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