रायपुर। तीन साल से मेरी बेटी का जाति प्रमाण पत्र नहीं बन रहा था, जाति प्रमाण पत्र बनवाने के लिए भटक रही थी, काफी समय से परेशान थी, तभी जिला प्रशासन के अधिकारियों ने स्कूल के शिविर में मेरी बेटी और मुझे बुलाया। मैं अपनी बेटी को लेकर स्कूल पहुंची और जरूरी दस्तावेज को दी और तत्काल वहां आवेदन भी हो गया और जाति प्रमाण पत्र बनाकर हाथों में ही दे दिए। जैसे ही हाथों में जाति प्रमाण पत्र आया तो एक पल यकीनन खुशी बहुत हुई। यह बातें कहना है दौंदेकला के शासकीय स्कूल में पहुंची फुलकेश्वरी रात्रे का। वे कहती हैं कि मेरी बेटी नैना रात्रे दौंदेकला शासकीय स्कूल में पढ़ाई करती है। बेटी का जाति प्रमाण पत्र के अलावा मूल निवास और आय प्रमाण पत्र भी बनकर मिल गया है। इसके लिए मैं मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का धन्यवाद करती हूं कि बेटी के भविष्य की चिंता को उन्होंने दूर कर दिया। साथ ही कलेक्टर डाॅ. गौरव सिंह का भी धन्यवाद करती हूं। प्रमाण पत्र हाथों में मिलने से फुलकेश्वरी और नैना के चेहरे पर मुस्कान खिल आई।
उल्लेखनीय है कि कलेक्टर डाॅ. गौरव सिंह के निर्देश पर जिले के विभिन्न स्कूलों में आज शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर का लाभ स्कूली छात्र-छात्राओं को दिया गया। इसमें जाति, मूल निवास और आय प्रमाण पत्र तत्काल बनाकर सौंपे गए।
शिक्षक के बेटे को तत्काल मिला मूल निवास प्रमाण पत्र
दौंदेकला के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में लगाए गए शिविर में शिक्षक श्री उमेश मोहन मार्कडेय अपने बेटे समीर को लेकर पहुंचे। श्री मार्कडेय के पुत्र 12 कक्षा में पढ़ाई करते है। उनका मूल निवास प्रमाण पत्र नहीं बना था। तत्काल आवेदन किया गया और शिविर में ही उन्हें तत्काल मूल निवास प्रमाण पत्र बनाकर सौंपा गया। इस पहल के लिए उन्होंने जिला प्रशासन का धन्यवाद करते हुए कहा कि काफी सहज और सरलता के साथ पुत्र का मूल निवास प्रमाण पत्र बनाकर दिया गया है। इसके लिए बहुत-बहुत धन्यवाद करता हू।
इनका भी बना आय एवं मूल निवास प्रमाण पत्र
तनुजा निर्मलकर, लोकेश्वरी मंडले, देविका साहू, मिथिलेश सेन, सेविका साहू, नीता धीवर, टाकेश साहू, लिपाक्षी साहू, कंचन यादव।