कांग्रेस सरकार के ताबूत का अंतिम कील साबित होगा
रायपुर (CGVARTA). छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने आज एक बार फिर बजरंगबली (Bajrangbali) की जय कहने को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने सूरजपुर रवाना होने से पहले पत्रकारों से बातचीत में कहा, बजरंगबली (Bajrangbali) की जय कहने में किसी को कोई तकलीफ नहीं है। वहीं सीएम के इस बयान पर भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता दीपक म्हस्के ने कहा, यदि सीएम के कहे अनुसार बजरंगबली (Bajrangbali) की जय कहने में किसी को कोई तकलीफ नहीं है तो बजरंगबली की जय कहने और कहलाने वालों से परेशानी क्यों ?
भाजपा सरकार अब कमीशन की सरकार
दरअसल, सीएम भूपेश बघेल ने कहा, बजरंगबली (Bajrangbali) की जय कहने पर किसी को कोई तकलीफ नही है। उन्होंने भाजपा पर आरोप लगते हुए कहा, 15 साल भाजपा सत्ता में रही कभी कौशल्या माता का मंदिर बनवाए, कभी रामायण करवाए। शिवरीनारायण में भगवान राम की मूर्ति की स्थापना कांग्रेस की सरकार ने की। (Bajrangbali) बजरंगबली, हनुमानजी अलग हैं। वह हम सबके आराध्य हैं। भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 40 प्रतिशत कमीशन, अडानी, अपनी सरकार और अपनी पार्टी के बारे में कुछ भी कहते। अरुणाचल में आग लगी है देखते ही गोली मारने का आदेश है, डबल वहां। इस पर कभी कुछ नहीं कहते। भाजपा करप्ट लोगों की सरकार बन गई है।
जनता ये उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं करेगी
उनके बयान पर पलटवार करते हुए भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता दीपक म्हस्के ने कहा, छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल का कहना है कि उन्हें बजरंगबली (Bajrangbali) की जय बोलने से कोई परेशानी नहीं है। यदि उन्हें परेशानी नहीं है तो बजरंगबली (Bajrangbali) की जय बोलने और बोलवाने वालों से परेशानी क्यों ? उनका कहना है की बजरंगबली (Bajrangbali) और बजरंगदल दोनों अलग-अलग हैं। उनको यह अधिकार किसने दिया कि भगवान को भक्त से अलग कर दे। जब से कांग्रेस सत्ता पर आई है तुस्टी कारन की राजनीति कर रही है। सनातन समाज का लगातार उत्पीड़न चल रहा है। जनता अब ये बर्दाश्त नहीं करेगी।
Bajrangbali के नाम को लेकर राजनीति
छत्तीससगढ़ में बजरंगदल को प्रतिबन्ध लगाने के सीम के बयान के बाद लगातार बजरंगबली के नाम को लेकर राजनीति चल रही है। आने वाले दिनों में इसे लेकर राजनीति कहां तक पहुंचती है ये तो वक्त ही बताएगा।