रायपुर। रायपुर के आरंग थाना क्षेत्र में पुलिस को 18 फरवरी को खलिहान में एक नाबालिग का शव पड़े होने की जानकारी मिली। जानकारी के बाद मौके पर पहुंची पुलिस की टीम को शव के गले व सिर पर चोट के निशान मिले। इसके बाद पुलिस ने जांच का दायरा बढ़ा दिया, और हत्या के सभी पहलुओं पर जांच शुरू कर दी। पुलिस के अनुसार, ऐसा प्रतीत हो रहा था किसी ने नाबालिग के सिर में चोट पहुंचाकर व गला दबाकर हत्या किया है।
पुलिस ने शव बरामद करते ही शुरू की सभी पहलुओं पर जांच
वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में एण्टी क्राईम एण्ड साइबर यूनिट तथा आरंग पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा हत्या के सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए जांच शुरू की। पुलिस टीम के सदस्यों ने घटना के संबंध में मृतिका के परिजनों सहित आसपास के लोगों से पूछताछ कर हत्यारे तक पहुँचने का प्रयास कर रही थी। इसी दौरान टीम के सदस्यों को जानकारी प्राप्त हुई कि मृतिका के साथ अंतिम बार ग्राम गुदगुदा निवासी एक नाबालिग को घटना स्थल के आसपास देखा गया था। जिस पर टीम के सदस्यों ने बालक की पतासाजी कर उसे पकड़ा। पूछताछ में उसके द्वारा किसी भी प्रकार से अपराध में अपनी संलिप्तता नहीं होना बताकर लगातार टीम के सदस्यों को गुमराह कर रहा था। लेकिन, प्राप्त साक्ष्यों के आधार पर पूछताछ करने पर उसने हत्या की घटना को अंजाम देना स्वीकार किया।
नाबालिग ने ऐसे दिया घटना को अंजाम
18 फरवरी को मृतिका घटना स्थल के आसपास खड़ी थी, जिसे नाबालिग अकेला पाकर जबरन उसके साथ दुष्कर्म करने का प्रयास करने लगा, किंतु बलिका ने शोर मचाने और इस बात की जानकारी घर में देने की बात कही, इससे आवेश में आकर नाबालिग ने 12 वर्षीय मासूम के सिर को बोर के पाईप से टकरा कर चोट पहुंचाने के साथ ही उसकी गला दबाकर हत्या कर दी और फरार हो गया।