रायपुर। छत्तीसगढ़ (chhattisgarh) में कांग्रेस सत्ता में आने से पहले किया शराब बंदी का वादा जल्द पूरा होने की संभावना है। इसके लिए अब जान आंदोलन चलने की तैयारी में सरकार दिख रही है। राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. किरणमयी नायक ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पत्र लिखा है। उनके पत्र पर सीएम ने भी सकारात्मकता दिखाई है।
छत्तीसगढ़ (chhattisgarh) में सरकार के प्रयासों का हुआ असर
डॉ. किरणमयी नायक ने पत्र में कहा है कि नशा हमारे जीवन के लिए हानिकारक है। समाज के सभी वर्गाे को प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से नुकसान उठाना पड़ता है। आपकी सरकार आने के बाद आपने पुलिस और सरकार के माध्यम से मिलकर महिला बाल विकास विभाग, समाज कल्याण विभाग, महिला आयोग सबने मिलकर प्रयास किया है कि नशे पर रोक लग सके और इसका असर भी हुआ है।
जन आंदोलन शुरू करने की जरुरत
डॉ. नायक ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कहा है कि छत्तीसगढ़ (chhattisgarh) में आपने महसूस किया होगा, इसको जन आंदोलन में बदलने की आवश्यकता है। सभी तरह के नशे गांजा, भांग, जर्दा गुड़ाखु, तम्बाकु, शराब, गुटका, धुम्रपान, चरस, अफीम, स्मैक, कोकीन और ब्राउन शुगर का उपयोग से जनता को बचाने के लिए आमजनों विशेष रूप से महिलाओं के साथ जन आंदोलन की वृहद शुरूआत की जाए, जिसका लाभ छत्तीसगढ़ महतारी के सभी लोगों को मिल सके।