नई दिल्ली (cgvarta.com) कोरोना (Covid) महामारी का खतरा एक बार फिर बढ़ता नजर आ रहा है। हर दिन सामने आने वाले मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को पिछले 24 घंटों में देश में कोरोना के 2151 नए मामले की जानकारी साझा की है। यह आंकड़ा पांच महीनों में सबसे ज्यादा है।
इससे पहले सोमवार को स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, भारत में 1805 नए मामले दर्ज किए गए थे। वहीं सक्रिय मामलों का आंकड़ा 10 हजार के पार कर गया था।
इस बीच, केंद्र ने राज्यों के साथ कोरोना महामारी और टीकाकरण प्रगति के प्रबंधन के लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य तैयारियों की समीक्षा की है। केंद्र ने पाजिटिव नमूनों के पूरे जीनोम सीक्वेंसिग पर ध्यान देने के साथ निगरानी को मजबूत करने, आरटी-पीसीआर जांच बढ़ाने और अस्पतालों को तत्परता दिखाने को कहा है।
COVID टीकों की सिफारिशें बदली
वहीं, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने COVID टीकों के लिए अपनी सिफारिशों को बदल दिया। ताजा सुझाव में कहा गया है कि हाई रिस्क वाली आबादी को पिछले बूस्टर के 12 महीने बाद अतिरिक्त खुराक मिलनी चाहिए।
कोरोना महामारी का खतरा एक बार फिर बढ़ता नजर आ रहा है। हर दिन सामने आने वाले मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा बुधवार सुबह जारी आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 24 घंटों में देश में कोरोना के 2151 नए मामले दर्ज हुए हैं। यह आंकड़ा पांच महीनों में सबसे ज्यादा है।
COVID के एक दिन में 1805 नए मामले
इससे पहले सोमवार को स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, भारत में 1805 नए मामले दर्ज किए गए थे। वहीं सक्रिय मामलों का आंकड़ा 10 हजार के पार कर गया था। इस बीच, केंद्र ने राज्यों के साथ कोरोना महामारी और टीकाकरण प्रगति के प्रबंधन के लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य तैयारियों की समीक्षा की है।
केंद्र ने पाजिटिव नमूनों के पूरे जीनोम सीक्वेंसिग पर ध्यान देने के साथ निगरानी को मजबूत करने, आरटी-पीसीआर जांच बढ़ाने और अस्पतालों को तत्परता दिखाने को कहा है। वहीं, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने COVID-19 टीकों के लिए अपनी सिफारिशों को बदल दिया। ताजा सुझाव में कहा गया है कि हाई रिस्क वाली आबादी को पिछले बूस्टर के 12 महीने बाद अतिरिक्त खुराक मिलनी चाहिए।