Featureछत्तीसगढ़

NMDC का नवंबर माह का अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन, संचयी उत्पादन में 21% और बिक्री में 9% की वृद्धि

एनएमडीसी ने नवंबर माह में उत्पादन में रिकॉर्ड बनाया; उत्पादन 11% और बिक्री 4% बढ़ी

हैदराबाद। भारत के सबसे बड़े लौह अयस्क उत्पादक एनएमडीसी ने नवंबर 2025 और इस वित्तीय वर्ष का अब तक का मजबूत प्रचालन प्रदर्शन दर्ज किया, जो स्थापना के बाद इस माह और अप्रैल-नवंबर अवधि, दोनों के लिए, अब तक के उच्चतम उत्पादन और बिक्री के आंकड़े दर्शाते हैं। ये मजबूत आँकड़े वित्त वर्ष 2025–26 के लिए वॉल्यूम में निरंतर वृद्धि, प्रचालन प्रबंध और आपूर्ति-श्रृंखला की मजबूती को दर्शाती है।
नवंबर 2025 को समाप्त माह के लिए, एनएमडीसी ने रिकार्ड स्तर पर किसी भी नवंबर माह के लिए अपना अबतक का सर्वश्रेष्ठ मासिक प्रदर्शन दर्ज किया, जिसमें उत्पादन बढ़कर 5.01 मिलियन टन हो गया, जो नवंबर 2024 में 4.51 मिलियन टन से वर्ष-दर-वर्ष 11% अधिक है, और बिक्री 4.17 मिलियन टन तक पहुंच गई, जो पिछले साल की तुलना में 4.0 मिलियन टन से 4% अधिक है। उत्पादन भी मासिक लक्ष्य से 1% अधिक हुआ, जो कि खनन क्षमता के कुशल उपयोग और कंपनी की परिसंपत्तियों के उन्नत प्रचालन प्रबंध को दर्शाता है।
एनएमडीसी ने वित्तवर्ष 26 में मजबूत प्रचालन बनाए रखा, जिसमें उत्पादन बढ़कर 31.48 मिलियन टन हो गया, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि में 26.06 मिलियन टन से 21% अधिक है और अप्रैल-नवंबर उत्पादन में रिकार्ड बनाया, जबकि बिक्री 30.28 मिलियन टन तक पहुंच गई, जो वित्त वर्ष 25 में इसी अवधि के दौरान 27.84 मिलियन टन से 9% अधिक है।
अमिताभ मुखर्जी, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, एनएमडीसी ने इस प्रदर्शन पर टिप्पणी करते हुए कहा: “नवंबर माह और इस वर्ष अबतक एनएमडीसी का प्रदर्शन दृढ़ प्रचालन प्रबंध और मजबूत निष्पादन को दर्शाता है। दक्षता में सुधार और उच्च-गुणवत्ता वाले लौह अयस्क की विश्वसनीय आपूर्ति सुनिश्चित करके, हम अपने हितधारकों को निरंतर मूल्य-संवर्धन प्रदान करते हुए भारत के इस्पात क्षेत्र का समर्थन जारी रखते हैं।”
इसके अतिरिक्त, एनएमडीसी की सभी तीन उत्पादन इकाइयों ने सामूहिक रूप से रिकॉर्ड उत्पादन दर्ज किया है। इस्पात मंत्रालय के तहत एक नवरत्न सीपीएसई के रूप में, एनएमडीसी एक मजबूत रणनीतिक दृष्टिकोण बनाए रखता है, जो स्थिर घरेलू मांग और खनन उत्पादकता एवं लागत प्रतिस्पर्धात्मकता को मजबूत करने के लिए की जा रही पहलों द्वारा समर्थित है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button