रायपुर. करेंट से झुलसने के बाद एक युवक का आंख के नीचे का पूरा हिस्सा झुल गया, मरीज जब अस्पताल पहुंचा तो वो सास भी नहीं ले पा रहा था, क्योंकि उसकी स्वास नली पूरी तरह झुलस गई थी. इसी युवक की प्लास्टिक सर्जन डॉ कमलेश अग्रवाल ने पीठ का मास निकालकर न केवल होठ बनाएं बल्कि इस युवक भी जान भी बचाई. महादेवघाट रोड स्थित ओम हॉस्पिटल में ओडिशा के रहने वाले एक मरीज करीब 40 दिनों तक भर्ती रहने के बाद सकुशल डिस्चार्ज हुआ है. अस्पताल के डायरेक्टर और प्लास्टिक सर्जन डॉ कमलेश अग्रवाल ने बताया कि 19 वर्षीय मरीज को हाईटेंशन तार टूटने के बाद उससे करेंट लग गया था और उसका मुंह पूरी तरह झुलस गया था. इसके अलावा मरीज का पेट और हाथ भी बुरी तरह से झुलस गया था, जब अस्पताल पहुंचा मरीज तो केवल उसके चेहरे में केवल दांत ही दिखाई दे रहे थे. परिजन उसे ओडिशा के अस्पताल ले गए, लेकिन वहां इलाज संभव नहीं था, इसलिए परिजन मरीज को रायपुर लेकर आए. यहां प्रारंभिक उपचार के बाद मरीज को वेंटीलेटर में रखा गया, क्योंकि स्वास नली भी करेंट से झुलस गई थी. 4-5 दिन स्टेबल रहने के बाद मरीज का ऑपरेशन किया गया. जिसके बाद मरीज करीब 40 दिनों तक हॉस्पिटल में भर्ती था और फिर डिस्चार्ज हुआ. अब मरीज पूरी तरह स्वस्थ्य है और अब डॉक्टर मरीज का चेहरा ठीक करने के लिए सर्जरी प्लान कर रहे है. पीठ की मास से बनाया गया होठ डॉ कमलेश अग्रवाल ने बताया कि मरीज का मुंह पूरी तरह झुलस गया था. जिसके बाद उन्होंने पीठ का मास निकालकर उसके होठ बनाएं. कुछ दिनों तक स्टेबल रहने के बाद अब मरीज पूरी तरह स्वस्थ्य है और अब उसके दोनो होठों को एक जैसा करने के लिए सर्जरी प्लान की जा रही है।