मोहन यादव बने मध्य प्रदेश के नए मुख्यमंत्री
भोपाल। भाजपा विधायक दल की बैठक में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री का एलान हो गया। मोहन यादव को मध्य प्रदेश का नया मुख्यमंत्री बनाने का एलान हुआ। वो दक्षिण उज्जैन से विधायक हैं और शिवराज सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री रह चुके हैं। वहीं जगदीश देवड़ा और राजेंद्र शुक्ला नए उपमुख्यमंत्री हो सकते हैं। नरेंद्र सिंह तोमर विधानसभा अध्यक्ष होंगे।
विधायक दल की बैठक में उनके नाम की घोषणा की गई। मध्यप्रदेश के उज्जैन दक्षिण विधानसभा से लगातार तीसरी बार के विधायक मोहन यादव को मध्यप्रदेश का मुख्यमंत्री चुना गया है। उज्जैन दक्षिण सीट से मोहन यादव ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस उम्मीदवार चेतन प्रेमनारायण यादव को 12941 वोटों से हराया था। मोहन यादव को जहां 95699 वोट मिले थे तो वहीं चेतन प्रेमनारायण यादव को 82758 वोट मिले थे।
आरएसएस के बेहद करीबी नेताओं में से एक हैं मोहन यादव
मालूम हो कि मोहन यादव आरएसएस के बेहद करीबी नेताओं में से एक माने जाते हैं। वे साल 2013 में पहली बार विधायक बने थे। यह चौंकाने वाला नाम है। इसकी संभावना भी किसी को नहीं थी। मोहन यादव ने दो जुलाई 2020 को मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली सरकार में कैबिनेट मंत्री (उच्च शिक्षा) के तौर पर शपथ ली थी। विवादित बयानों से नाता रहा है। 2020 के उपचुनावों में में असंयमित भाषा का उपयोग करने पर एक दिन के लिए प्रचार करने पर प्रतिबंध तक लगा दिया था।
मोहन यादव ने माधव विज्ञान महाविद्यालय से पढ़ाई की। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद उज्जैन के नगर मंत्री रहे हैं। 1982 में छात्र संघ के सह-सचिव चुने गए थे। भाजपा की राज्य कार्यकारिणी के सदस्य और सिंहस्थ मध्य प्रदेश की केंद्रीय समिति के सदस्य रहे हैं। मध्य प्रदेश विकास प्राधिकरण केप्रमुख, पश्चिम रेलवे बोर्ड में सलाहकार समिति के सदस्य भी रहे हैं। 2013 और 2018 के बाद 2023 में भी उज्जैन दक्षिण विधानसभा सीट पर चुनाव जीते हैं।